क्या आप जानते है कि Life Insurance कितने प्रकार का होता है। अगर नहीं जानते हैं तो कोई बात नहीं। आइये जानते हैं Types of Life Insurance in Hindi. आपने कभी न कभी लाइफ इन्शुरन्स के बारे में जरूर सुना होगा और इसकी आज के वक़्त में कितनी अहमियत है ये तो आपको पता ही होगा। अगर नहीं पता है तो मैं आपको संक्षेप में बताता हूँ।
लाइफ इन्शुरन्स पॉलिसी में आप कुछ अमाउंट हर महीने या तीन महीने या साल में इन्शुरन्स कंपनी को देते हैं। जिसके बदले अगर आपकी दुर्घटनावश मृत्यु हो जाती है, तो आपके नामिनी को एक फिक्स्ड अमाउंट मिलता है, जिससे आपके बाद आपके परिवार के रहन-सहन, बच्चो की पढाई, उनकी शादी, अदि में कोई परेशानी न हो। आप माध्यम वर्ग या उच्च वर्ग किसी से भी हो, आपको लाइफ इन्शुरन्स की जरुरत तो जरूर पड़ेगी।
परन्तु सबसे ज्यादा परेशान करने वाला सवाल यह होता है, कि कोन सा इन्शुरन्स करवाया जाए। टीवी में अपने Endowment Policy के बारे में सुना होगा, आपके दोस्त आपको टर्म प्लान की सलाह देते होंगे। ऐसे कई प्रकार के इन्शुरन्स पॉलिसीस और Types of Life Insurance in Hindi के बारे में सुनकर आपका दिमाग कंफ्यूज हो जाता है और आप गलत पालिसी ले लेते हो, जिससे आपको इसका पूरा फायदा नहीं मिल पाता है, जितना आप चाहते थे।
इसी कन्फूजन को दूर करने के लिए इस पोस्ट में मैं आपको बताऊंगा टाइप्स ऑफ़ लाइफ इन्शुरन्स जिससे आप अपने लिए सही इन्शुरन्स पालिसी का चुनाव कर पाएंगे और उसका भरपूर फायदा ले पाएंगे। पर इसे पहले Life Insurance(Types of Life Insurance in Hindi) पालिसी को थोड़ा डिटेल में समझते है।
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जीवन बीमा क्या है | What is Life Insurance?
लाइफ इन्शुरन्स पालिसी एक कॉन्ट्रैक्ट है, पालिसी होल्डर और इन्शुरन्स कंपनी के बीच में। पालिसी होल्डर एक फिक्स्ड प्रीमियम इन्शुरन्स कंपनी को देता है फिक्स्ड इयर्स के लिए, जिसके बदले में इन्शुरन्स कंपनी ये दावा करती है, कि वो एक फिक्स्ड सम एश्योर्ड मनी पालिसी होल्डर के नॉमिनी को देगी, अगर पालिसी होल्डर की डेथ इस पालिसी के टाइम पीरियड के अंदर हो जाती है, तो।
कुछ पॉलिसीस में पालिसी होल्डर को भी मैच्योरिटी बेनिफिट्स मिलते हैं, अगर वो ये पीरियड सर्वाइव कर लेता है, तो।
Types of Life Insurance in Hindi | जीवन बीमा पॉलिसी के प्रकार
- टर्म प्लान | Term Plan
- संपूर्ण जीवन बीमा | Whole Life Insurance
- एंडोमेंट पालिसी | Endowment Policy
- मनी बैक पॉलिसी | Money Back Policy
- यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान | Unit Linked Insurance Plans
आइये अब इन सभी 5 बीमा पॉलिसी को डिटेल्स मैं समझते हैं और Types of Life Insurance in Hindi के बारे मैं संपूर्ण जानकारी लेते हैं।
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1. टर्म प्लान [शुद्ध रुप से इंश्योरेंस] | Term Plan
टर्म इन्शुरन्स पालिसी समझना बहुत आसान है। इसमें आप इन्शुरन्स कंपनी को प्रीमियम देते हो फिक्स्ड नंबर इयर्स के लिए। इसके बदले में अगर आपकी डेथ नेचुरल नहीं होती है, तो इन्शुरन्स कंपनी आपके नॉमिनी को सम एश्योर्ड अमाउंट देती है। इस पालिसी में आप को कोई मैच्योरिटी बेनिफिट्स नहीं मिलते है। टर्म इन्शुरन्स फर्स्ट Types of Life Insurance in Hindi भाषा मैं मेने आपको बताया है यहाँ।
टर्म लाइफ इन्शुरन्स के फायदे
- इस प्लान में आपको प्रीमियम कम देना होता है और कवर आपको ज्यादा मिलता है, दूसरी पॉलिसीस के मुकाबले।
टर्म लाइफ इन्शुरन्स के नुकसान
- मैच्योरिटी पर आपको टोटल प्रीमियम का सम ही मिलता है, उसपर को इंटरेस्ट नहीं मिलता।
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2. Whole Life Insurance Policy | संपूर्ण जीवन बीमा पॉलिसी
होल लाइफ इन्शुरन्स पालिसी में आपको लाइफ कवर मिलता है। अगर आप रेगुलरली प्रीमियम देते रहते हो, तो आपकी डेथ हो जाने पर नॉमिनी को assured सम इन्शुरन्स कंपनी देती है। इस पालिसी को आप सेविंग प्लान के तौर पर भी कर सकते है।
Whole Life Insurance Policy के फायदे
- और पॉलिसीस की तरह इसमें पहले से डिफाइंड टर्म्स एंड कंडीशंस नहीं होते हैं। सम एश्योर्ड अमाउंट उसे मिलता है, जो पालिसी होल्डर पर पूरी तरह से डिपेंडेंट होता है।
- सम एश्योर्ड के अलावा इसमें सेविंग पार्ट भी होता है। आप इस assured अमाउंट को रीइन्वेस्ट भी कर सकते हो और अपना पैसा बढ़ने दे सकते हो अपने जीते जी ही। आप कुछ पैसा निकल भी सकते हो और इस पालिसी पर लोन भी ले सकते हो।
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3. Endowment Policy | Endowment पॉलिसीस
एंडोमेंट पालिसी भी एक तरह से सेविंग्स और प्रोटेक्शन दोनों का मिक्स प्रोडक्ट है। इस पालिसी में भी अगर पालिसी होल्डर रेगुलरली अपना प्रीमियम कुछ फिक्स्ड इयर्स तक पे करता है तथा उसकी डेथ नेचुरल नहीं होती है, तो पालिसी होल्डर के नॉमिनी को सम एश्योर्ड अमाउंट मिलेगा। साथ ही साथ अगर पालिसी होल्डर पालिसी टर्म तक जीवित रहता है, तो उसे एक टोटल अमाउंट मैच्योरिटी बेनिफिट्स के साथ मिलता है।
Types of Life Insurance in Hindi के इस Endowment Policy के क्या-क्या फायदा है, चलिए जानते है
Endowment Policy के फायदे
इस पालिसी में आप सेविंग प्लान भी बना सकते हैं। आप अपने गोल बेस्ड सेविंग भी कर सकते हो और इस पालिसी पर लोन भी ले सकते हो।
4. Money Back Policy | मनी बैक पॉलिसी
Types of Life Insurance in Hindi: मनी बैक पालिसी भी एक तरह की सेविंग्स एंड प्रोटेक्शन दोनों टाइप की पालिसी है। परन्तु एक बड़ा फायदा इसमें यह है, कि आपके Assured अमाउंट का कुछ पोरशन रेगुलर इंटरवल पर मिलता रहता है। तो आपको पूरा अमाउंट मिलने के लिए सालो का इंतजार नहीं करना पड़ता। और बाकि बचा हुआ अमाउंट आपको बोनस के साथ मैच्योरिटी पर मिलता है ।
अगर पालिसी होल्डर पालिसी इंटरवल के बीच में ही मृत हो जाता है, तो सम एश्योर्ड अमाउंट पालिसी होल्डर के नॉमिनी को इन्शुरन्स कंपनी देती है। ऐसे बेनिफिट्स किसी और पालिसी में नहीं है।
Money Back Policy के फायदे
सबसे बड़ा एडवांटेज तो यही है इस पालिसी का, कि आपको रेगुलर इंटरवल पे कुछ परसेंटेज अमाउंट मैच्योरिटी से पहले ही मिलता रहता है।
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5. Unit Linked Insurance Plans | यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान
यूनिट लिंक्ड इन्शुरन्स(Types of Life Insurance in Hindi) प्लान को यूलिप के नाम से भी जाना जाता है। यह एक तरह की इन्वेस्टमेंट और प्रोटेक्शन कॉम्बिनेशन जैसी पालिसी स्कीम है। बाकि इन्शुरन्स पालिसी से ये वाली थोड़ी अलग है। इसमें इन्शुरन्स कंपनी एंड फण्ड मैनेजर असाइन करती है। जो कि पालिसी होल्डर के पैसे को इन्वेस्ट करता है, इक्विटी या डेब्ट में।
पालिसी होल्डर को चूस करना होता है, वो किस प्रोपोरशन में अपना पैसा इन्वेस्ट करना चाहता है, इक्विटी और डेब्ट में से। हालाँकि इसमें रिटर्न्स कि गारेंटी नहीं होती है। इसमें इन्शुरन्स कंपनी पालिसी मैच्योरिटी होने पर एक लम्बसम अमाउंट पालिसी होल्डर को प्रदाय करती है।
Unit Linked Insurance Plans के फायदे
हालाँकि रिटर्न्स की कोई गारेंटी नहीं होती फिर भी दूसरी पॉलिसीस के मुकाबले इसमें इन्शुरन्स कंपनी आपको अच्छे रिटर्न्स देती है।
Final Words | आखरी शब्द
कोई भी पालिसी लेने से पहले आपको अपने गोल्स रेडी करने चाहिए, कि आप पालिसी लेना क्यों चाहते है। उसके हिसाब से ही आप सही चुनाव कर पाएंगे। सबके अलग-अलग रीज़न हो सकते हैं। जैसे, कि मनी बैक पालिसी में आपको मैच्योरिटी से पहले ही सेविंग्स के तौर पर कुछ अमाउंट मिलता रहता है, तो कुछ इसके लिए जा सकते है अगर सेविंग्स उनकी प्रायोरिटी है तो।
कुछ लोग ज्यादा रिटर्न्स की चाह में यूनिट लिंक्ड पालिसी ले सकते हैं। कोई भी पालिसी लेने से पहले अपने विवेक का इस्तेमाल करें। सोच समझ कर ही पालिसी लें, ना कि इन्शुरन्स एजेंट्स की बातो में आकर।
आपको Types of Life Insurance in Hindi के बारे में जानकारी कैसी लगी हमें कमेंट में बताये|