भारतीय नौसेना द्वारा हिंद महासागर में फ्रांस की नौसेना के साथ अब तक का सबसे बड़ा 17वां सालाना नौसेनिक युद्धाभ्यास Varuna Naval Exercise प्रारम्भं किया गया। भारत तथा फ्रांस के मध्य वार्षिक रूप से आयोजित किए जाने वाले इस युद्धाभ्यास की शुरुआत वर्ष 2001 में की गई थी।इस वर्ष फ्रांस की ओर से Varuna Navel Exercise में 42000 टन वजनी चार्ल्स डी गाल युद्धपोत तथा भारत की ओर से 45000 टन वजनी आई एन एस विक्रमादित्य को शामिल किया गया है।
इस युद्धाभ्यास में दोनों देशों की ओर से कुल 10 युद्धपोत, 4 हेलीकॉप्टर तथा 2 पनडुब्बियों को शामिल किया गया है। वरुण युद्धाभ्यास भारत के गोवा तट के समीप किया जा रहा है। Varuna Naval Exercise 7 मई 2019 से 10 मई 2019 तक कुल 4 दिनों तक आयोजित किया गया। भारत और फ्रांस द्वारा चीन के बढ़ते आर्थिक प्रभाव तथा दक्षिण चीन सागर में तनाव पैदा करने वाली चीन के दावों से चिंतित होने के परिणाम स्वरुप किया गया।
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यह युद्धाभ्यास और भी अहम माना जा रहा है, जो चीन को एक कड़ा संदेश देने का कार्य करेगा। चीन द्वारा दक्षिण चीन सागर क्षेत्र पर अपना दावा प्रस्तुत करते हुए इलाके में अपनी पनडुब्बी तथा युद्धपोतों को तैनात पहले से ही किया जा चुका है।
चीन द्वारा बेल्ट एंड रोड इनीशिएटिव के जरिए इस इलाके में बड़ा नेटवर्क का निर्माण किया जा रहा है। जिसका भारत द्वारा कड़े शब्दों में विरोध दर्ज कराया गया। इसी विरोध को दर्शाने हेतु भारत की ओर से कोई भी प्रतिनिधि बेल्ट एंड रोड परियोजना पर आधारित मीटिंग में शामिल नहीं हुआ था।
Varuna Naval Exercise युद्धाभ्यास चीन को अपनी सोच बदलने पर मजबूर करेगा, क्योंकि अब भारत के इस युद्धाभ्यास से भी उसे इस इलाके में कड़ी टक्कर मिलने की संभावना है।
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Varuna Naval Exercise की विशेषताएं
- Varuna Naval Exercise की शुरुआत वर्ष 2001 में की गई थी। यह दोनों देशों के मध्य 17वां वार्षिक युद्धाभ्यास है।
- Varuna Navel Exercise में मुख्य रूप से भारत तथा फ्रांस की नौसेनाओं द्वारा हिस्सा लिया जाता है।
- इस बार फ्रांस की ओर से युद्धाभ्यास में अपना 261 मीटर लंबा तथा 42000 टन वजनी चार्ल्स डी गाल नामक युद्धपोत को शामिल किया गया है।
- इस युद्धपोत में कम से कम 800 जवानों के 45 दिनों तक रहने तथा खाने का इंतजाम किया जाता है।
- यह युद्धपोत अपने साथ एक बार में 500 टन वजनी हत्यारों को ले जाने में सक्षम है। इसके अलावा इस पर लड़ाकू विमानों के साथ हेलीकॉप्टर भी तैनात करने की व्यवस्था की गई है।
- Varuna Navel Exercise में फ्रांस की तरफ से रफाल-एम तथा ई-2 हॉक आई विमानों को शामिल किया गया है।
- इस युद्धपोत पर फ्रांस की ओर से वर्ष 2002 में रफाल-एम नामक फ्रांस नेवी का बहुउद्देसीय लड़ाकू विमानों का बेड़ा तैनात किया गया है। इस बेड़े में 7 विमानों को शामिल किया गया है।
- भारत की ओर से इसमें आईएनएस विक्रमादित्य के अलावा हेलीकॉप्टर तथा मिग-29 विमानों ने भाग लिया गया।
- इस युद्धाभ्यास का मुख्य उद्देश्य चीन को हिंद महासागर में कड़ा संदेश देना है।
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भारतीय नौसेना के Varuna Naval Exercise की ताकत जान कर कैसे लगा आप को हमें कमेंट मै बताये